सतना में 46 किलो गांजा बरामद, मंत्री प्रतिमा बागरी के भाई सहित दो गिरफ्तार
सतना में 46 किलो गांजा बरामद, मंत्री प्रतिमा बागरी के भाई सहित दो गिरफ्तार

मध्य प्रदेश के सतना जिले में गांजा तस्करी का बड़ा मामला सामने आया है। रामपुर बघेलान पुलिस ने मुखबिर की सूचना पर 7–8 दिसंबर की रात मरौहा गांव में छापेमारी कर धान की बोरियों के नीचे छिपाए गए 48 पैकेटों में कुल 46 किलो से अधिक गांजा बरामद किया। पुलिस के अनुसार, बरामद गांजे की बाजार में अनुमानित कीमत लगभग 9.22 लाख रुपये है।
इस कार्रवाई में अनिल बागरी, जो प्रदेश सरकार में नगरीय विकास एवं आवास राज्यमंत्री प्रतिमा बागरी के सगे भाई हैं, को गिरफ्तार किया गया। उनके साथ पंकज सिंह को भी पकड़ लिया गया। तीसरा आरोपी शैलेंद्र राजावत, जो अनिल बागरी का जीजा है, पहले से ही उत्तर प्रदेश के बांदा जिले में गांजा तस्करी के मामले में जेल में है। पुलिस को शक है कि जीजा-साले का यह नेटवर्क लंबे समय से गांजा तस्करी में सक्रिय था।
मामले में NDPS एक्ट की धारा 8/20/29 और BNS की धाराओं के तहत केस दर्ज किया गया है। दोनों गिरफ्तार आरोपियों को 19 दिसंबर तक न्यायिक हिरासत में भेज दिया गया है। अधिकारियों का कहना है कि इस छापेमारी से तस्करी के नेटवर्क को काफी झटका लगा है और आगे की जांच में और कई खुलासे होने की संभावना है।
इस पूरे मामले पर मंत्री प्रतिमा बागरी ने पत्रकारों से किसी भी प्रकार की टिप्पणी करने से इनकार किया और स्पष्ट किया कि वे अपने भाई की गिरफ्तारी पर कोई बयान नहीं देंगी। उन्होंने कहा कि मामले की कानूनी प्रक्रिया में कोई बाधा नहीं डाली जाएगी और पुलिस अपनी जांच जारी रखेगी।
पुलिस ने बताया कि तस्करी में प्रयुक्त गांजा को धान की बोरियों में छुपाकर ले जाया गया था। यह नेटवर्क जमीनी स्तर पर अपने कई एजेंटों के जरिए गांजे को अन्य राज्यों तक पहुंचाने का काम कर रहा था। अधिकारियों ने कहा कि यह कार्रवाई न केवल सतना जिले में बल्कि पूरे राज्य में नशीली दवाओं की तस्करी के खिलाफ एक महत्वपूर्ण कदम है।
सतना पुलिस की इस बड़ी कार्रवाई से यह साफ संदेश गया कि राज्य में किसी भी स्तर पर नशीली दवाओं की तस्करी बर्दाश्त नहीं की जाएगी। अधिकारियों ने यह भी कहा कि आगामी दिनों में अन्य संदिग्ध नेटवर्क की भी जांच की जाएगी।
इस पूरे मामले ने स्थानीय जनता और राजनीतिक गलियारों में चर्चा का विषय बना दिया है। मंत्री प्रतिमा बागरी के भाई की गिरफ्तारी के चलते मीडिया में काफी सवाल उठाए जा रहे हैं, लेकिन मंत्री ने स्पष्ट रूप से कहा कि वे मामले पर कोई बयान नहीं देंगी।





