देश आज मना रहा 26वां कारगिल विजय दिवस
कारगिल युद्ध में भारत ने पाकिस्तान को दी थी निर्णायक मात

Kargil Vijay Diwas: भारत आज कारगिल विजय के 26 वर्ष पूरे होने का जश्न मना रहा है, इस वर्ष पूरा देश 26वां कारगिल विजय दिवस मना रहा है वह ऐतिहासिक दिन जब भारत ने पाकिस्तान की सेना को कारगिल की चोटियों से खदेड़कर एक निर्णायक विजय हासिल की थी। वर्ष 1999 में चले इस युद्ध में भारतीय सेना ने अदम्य साहस और शौर्य का परिचय देते हुए दुर्गम पर्वतीय इलाकों में 527 वीर जवानों की शहादत के साथ तिरंगा फहराया था।

द्रास सेक्टर में आयोजित मुख्य कार्यक्रम में आज प्रधानमंत्री, रक्षा मंत्री और तीनों सेनाध्यक्षों ने कारगिल वॉर मेमोरियल पर श्रद्धांजलि अर्पित की। वीरगति को प्राप्त जवानों के परिजनों को मंच पर सम्मानित किया गया। देशभर के स्कूल-कॉलेजों में तिरंगा यात्रा और विजय दौड़ आयोजित की गई, जिनमें हजारों युवाओं ने हिस्सा लिया। राजधानी दिल्ली, भोपाल, इंदौर, लखनऊ समेत अनेक शहरों में कारगिल पर बनी डॉक्युमेंट्री, प्रदर्शनी और फोटो गैलरी में लोगों की भारी भीड़ उमड़ रही है। यह दिन हर भारतवासी को यह याद दिलाता है कि हमारी सीमाएं तब तक सुरक्षित हैं जब तक हमारे जवान सीमा पर अडिग खड़े हैं।
देश के प्रति सर्वोच्च बलिदान
राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने कहा, “कारगिल विजय दिवस के अवसर पर मैं मातृभूमि के लिए प्राण न्योछावर करने वाले वीर सैनिकों को श्रद्धांजलि अर्पित करती हूं। यह दिवस हमारे जवानों की असाधारण वीरता, साहस एवं दृढ़ संकल्प का प्रतीक है। देश के प्रति उनका समर्पण और सर्वोच्च बलिदान देशवासियों को सदैव प्रेरित करता रहेगा।”

जवानों को श्रद्धांजिली देते हुए सेना प्रमुख जनरल उपेन्द्र द्विवेदी ने कहा, “करगिल विजय दिवस भारतीय सेना के अद्वितीय साहस, शौर्य और अटूट संकल्प का प्रतीक है। इस गौरवपूर्ण अवसर पर हम उन वीरों को नमन करते हैं जिनके पराक्रम से यह ऐतिहासिक विजय संभव हुई, भारतीय सेना राष्ट्र की सम्प्रभुता और स्वाभिमान की रक्षा के लिए सदैव प्रतिबद्ध है।”
यह सालगिरह सिर्फ एक तारीख नहीं
प्रधानमंत्री नरेंद्री मोदी भी कारगिल के जवानों को श्रद्धांजलि दी और कहा, “देशवासियों को कारगिल विजय दिवस की ढेरों शुभकामनाएं यह अवसर हमें मां भारती के उन वीर सपूतों के अप्रतिम साहस और शौर्य का स्मरण कराता है, जिन्होंने देश के आत्मसम्मान की रक्षा के लिए अपना जीवन समर्पित कर दिया। मातृभूमि के लिए मर-मिटने का उनका जज्बा हर पीढ़ी को प्रेरित करता रहेगा।”

यह सालगिरह सिर्फ एक तारीख नहीं है, बल्कि यह भारत की एकता का प्रतीक है। यह उन जवानों को सलाम है जिन्होंने विरल ऑक्सीजन वाले वातावरण और कड़ाके की ठंड में हर चोटी को अपने साहस का गवाह बना दिया। कारगिल युद्ध की शुरुआत मई 1999 में हुई थी, जब घुसपैठियों ने चुपचाप नियंत्रण रेखा पार कर भारतीय पोस्टों पर कब्जा कर लिया था।
