इंदौर में मौसम ने एक बार फिर करवट ली है। 20 अगस्त से मध्य प्रदेश में मौसम में बदलाव देखा जा सकता है। नए मानसूनी सिस्टम और बंगाल की खाड़ी में बने चक्रवात के प्रभाव से प्रदेश में मौसम गतिविधियां तेज हो गई हैं। आज, मंगलवार को शहडोल, रीवा, जबलपुर, सागर, ग्वालियर और चंबल संभाग के विभिन्न जिलों में गरज-चमक के साथ तेज बारिश की संभावना जताई गई है।
मौसम वैज्ञानिक एच.एल. खपड़िया के अनुसार, इस मानसून सीजन में प्रदेश में अब तक 28.5 इंच यानी 76 प्रतिशत से अधिक बारिश हो चुकी है। प्रदेश के 20 जिलों में 762 मिमी से अधिक बारिश रिकॉर्ड की गई है। सबसे ज्यादा बारिश मंडला जिले में 1067 मिमी, सिवनी में 1041.4 मिमी, और भोपाल में 838 मिमी हुई है।
सतना, पन्ना, बालाघाट, खंडवा और बड़वानी जिलों में तेज बारिश का अलर्ट जारी किया गया है। इन जिलों में भारी बारिश के कारण जलभराव और सामान्य जीवन में व्यवधान की संभावना है। इसके अतिरिक्त, सीहोर, देवास और इंदौर में मध्यम बारिश का पूर्वानुमान है। वहीं, सिंगरौली, बैतूल, नर्मदापुरम, रायसेन, हरदा, खंडवा, खरगोन, भोपाल, राजगढ़, आगर, उज्जैन, धार, झाबुआ, रतलाम और शाजापुर में हल्की बारिश की संभावना है।
बुरहानपुर, अशोकनगर, खंडवा, छतरपुर, देवास, सतना, खरगोन, बालाघाट और धार जिलों में भी भारी बारिश के आसार हैं। ऐसे में लोगों को सतर्क रहने की सलाह दी गई है, ताकि संभावित जलभराव और अन्य मौसम संबंधी समस्याओं से निपटा जा सके।