माता जीजाबाई गर्ल्स कॉलेज स्थित आदिवासी और आदिम जाति छात्रावास में बालिकाओं के स्वास्थ्य को ध्यान में रखते हुए एक महत्वपूर्ण स्वास्थ्य शिविर का आयोजन किया गया। इस शिविर का आयोजन इंदौर के एक महिला संगठन “स्नेहाशील” द्वारा किया गया, जिसमें बालिकाओं के स्वास्थ्य का परिक्षण किया गया। शिविर के दौरान सभी बालिकाओं की डेंटल और महिला रोग संबंधी जांच की गई, ताकि उनके स्वास्थ्य को बेहतर बनाया जा सके और उन्हें स्वस्थ जीवन जीने के लिए आवश्यक सुझाव दिए जा सकें।
संगठन की प्रमुख, गीतांजलि यादव ने बताया कि इस शिविर का मुख्य उद्देश्य गरीब आदिवासी और आदिम जाति की बालिकाओं की स्वास्थ्य और हाइजीनिक के प्रति जागरूकता बढ़ाना था। इन बालिकाओं को उनके हॉस्टल में जाकर डेंटल और महिला रोगों से संबंधित चेकअप कराया गया। इसके साथ ही, बालिकाओं को स्वस्थ रहने के टिप्स भी दिए गए, ताकि वे अपने स्वास्थ्य का सही तरीके से ख्याल रख सकें।
शिविर में शहर के नामी डॉक्टरों को बुलाया गया, जिन्होंने बालिकाओं का परिक्षण किया और उन्हें उचित दवाइयाँ दीं। इसके अलावा, सेनेटरी नैपकिन, टॉवल और अन्य आवश्यक वस्त्रों की जानकारी भी दी गई। बालिकाओं को गुड टच और बेड टच के बारे में भी जानकारी दी गई, ताकि वे अपने अधिकारों और सुरक्षा के प्रति जागरूक हो सकें।
इस आयोजन का उद्देश्य न केवल स्वास्थ्य जांच करना था, बल्कि बालिकाओं को एक सुरक्षित और स्वस्थ वातावरण प्रदान करना भी था। हॉस्टल अधीक्षक ने इस पहल की सराहना की और बताया कि हम नियमित रूप से बच्चों के स्वास्थ्य के लिए ऐसे कार्यक्रम आयोजित करते रहते हैं, ताकि उनका शारीरिक और मानसिक विकास सही तरीके से हो सके।
इस प्रकार के स्वास्थ्य शिविरों से समाज की बालिकाओं को न केवल स्वास्थ्य के प्रति जागरूक किया जाता है, बल्कि उन्हें एक बेहतर जीवन जीने के लिए प्रेरित भी किया जाता है।