इंडियन प्रीमियर लीग (IPL) के 16वें सीजन की शुरुआत में अब लगभग एक हफ्ते का समय बचा हुआ है। 31 मार्च से शुरू होने जा रही इस लुभावनी T20 लीग को लेकर फैन्स में जबरदस्त क्रेज है। BCCI भी आगामी सीजन को दिलचस्प बनाने के लिए अपनी और से कोई कसर नहीं छोड़ रही है। इसी कड़ी में IPL 2023 के लिए प्लेइंग कंडीशन में कुछ बदलाव किए गए हैं।
IPL 2023 के पांच नए नियम –
1. वाइड और नो-बॉल के लिए DRS का प्रयोग 2. इम्पैक्ट प्लेयर रूल 3. स्लो ओवर रेट के लिए ऑन फील्ड पेनल्टी (30 गज के बाहर सिर्फ चार फील्डर) 4. टॉस के बाद प्लेइंग-11 का चयन 5. (डेडबॉल+ पांच पेनल्टी रन) विकेटकीपर या फील्डर के अनुचित मूवमेंट पर
वाइड और नो-बॉल के लिए DRS
अबकी बार निर्णय समीक्षा प्रणाली (DRS) को लेकर भी बदलाव किया गया है। पहले खिलाड़ी आउट या नॉटआउट दिए जाने पर ही DRS का प्रयोग करते थे, लेकिन अब नो-बॉल और वाइड बॉल को भी DRS के दायरे में शामिल किया गया है। यानी खिलाड़ी अब अंपायर द्वारा दिए गए वाइड या नो-बॉल के निर्णय की भी समीक्षा कर सकते हैं।
इम्पैक्ट प्लेयर रुल बदलेगा पूरा गेम
इस बार IPL में ‘इम्पैक्ट प्लेयर रूल’ भी लागू होने जा रहा है। इस रूल के मुताबिक, दोनों ही टीमों को प्लेइंग इलेवन के अलावा पांच-पांच सब्स्टीट्यूट प्लेयर का नाम भी देना होगा। इन्हीं पांच में किसी एक को पारी के 14वें ओवर की समाप्ति से पहले इम्पैक्ट प्लेयर के रूप में खेल में लाया जा सकता है। इम्पैक्ट प्लेयर किसी भी अन्य क्रिकेटर की तरह बल्लेबाजी और गेंदबाजी करने में स्वतंत्र होगा। इम्पैक्ट प्लेयर के खेल में आने के बाद जो खिलाड़ी बाहर होगा उसका उपयोग पूरे मैच के दौरान नहीं किया जा सकेगा।
ओवर खत्म होने, विकेट गिरने या किसी प्लेयर के घायल होने जैसे घटनाक्रमों के दौरान ही इम्पैक्ट प्लेयर को मैदान पर उतारा जा सकता हैं। यदि बारिश या अन्य कारणों से मैच को 10 ओवर या उससे कम का कर दिया जाता है तो इम्पैक्ट प्लेयर को उतरने की अनुमती नहीं दी जाएगी। यानी मुकाबला कम से कम 11 ओवर का हुआ तभी इम्पैक्ट प्लेयर खेल में आ सकेगा। इम्पैक्ट प्लेयर केवल भारतीय खिलाड़ी हो सकता है जब तक कि, प्लेइंग इलेवन में चार से कम विदेशी खिलाड़ी न हों, इम्पैक्ट प्लेयर का संकेत देने के लिए अंपायर अपने हाथों को अपने सिर के ऊपर से क्रॉस करेंगे और उन्हें अपनी मुट्ठी भींचनी होगी।
स्लो-ओवर रेट के लिए पेनल्टी
IPL 2023 में इस बार स्लो-ओवर रेट के लिए टीमों पर पेनल्टी का प्रावधान है। अगर कोई टीम निर्धारित समय में अपने ओवर नहीं फेंकती हैं तो प्रत्येक ओवर के दौरान उस टीम को 30 गज के बाहर 5 के बजाय केवल 4 क्षेत्ररक्षकों की अनुमति दी जाएगी। यह नियम पिछले साल आयोजित T20 वर्ल्ड कप के दौरान लागू हुआ था।
प्लेइंग-11 को लेकर मिली बड़ी राहत
मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक, अब IPL मैचों के दौरान कप्तान टॉस के बाद अपनी प्लेइंग-11 का चयन कर सकेंगे। अब तक टॉस से पहले कप्तान को खिलाड़ियों के नाम की सूची मैच रेफरी को सौंपनी पड़ती थी, लेकिन नए नियम के लागु होने से बड़ी राहत मिलने वाली है। टॉस के समय अब दोनों टीमों के कप्तान दो-दो टीम शीट लेकर आएंगे। इससे IPL टीमों को मुकाबले के लिए अपनी सर्वश्रेष्ठ प्लेइंग-11 चुनने की अनुमति मिलेगी, चाहे वे पहले बल्लेबाजी करें या गेंदबाजी। टीम शीट में प्लेइंग-11 के अलावा 5 सब्सटीट्यूट प्लेयर के नाम का जिक्र भी करना अनिवार्य होगा।
ऐसा करने पर लगेगा जुर्माना
नियमों में एक बड़ा बदलाव करते हुए विकेटकीपर या फील्डर की अनुचित गतिविधि के लिए जुर्माना भी लगाया गया है। अगर विकेटकीपर या फील्डर बल्लेबाज के गेंद खेलने से पहले अपनी स्थिति में बदलाव करता है तो अंपायर उस गेंद को डेड घोषित करेगा और बल्लेबाजी कर रही टीम के खाते में 5 पेनल्टी रन जोड़ दिए जाएंगे। अंपायर अपनी इस कार्रवाई के बारे में फील्डिंग टीम के कप्तान को बताएगा। साथ ही वह बल्लेबाजों और जितना जल्दी हो सके बल्लेबाजी करने वाली टीम के कप्तान को भी इस बारे में सूचित करेगा।