कानपुर के बांसमंडी स्थित AR टावर में देर रात 1.30 बजे शॉर्ट सर्किट से भीषण आग लग गई। आग की चपेट में आने से 6 कॉम्प्लेक्स की करीब 800 से ज्यादा दुकानें पूरी तरह से जलकर राख हो गईं। आग लगने की जानकारी मिलते ही पूरा प्रशासन हरकत में आया और सेना, एयरफोर्स, पुलिस, फायर ब्रिगेड के जवानों ने मोर्चा संभाला है।
कानपुर, उन्नाव, लखनऊ समेत आस-पास के कई जिलों की 50 से ज्यादा फायर ब्रिगेड की गाड़ियां आग बुझाने में लगी हैं। होलसेल मार्केट में लगी आग 12 घंटे बाद भी नहीं बुझाई जा सकी है। कॉम्प्लेक्स में रुके एक शख्स के मिसिंग होने की जानकारी भी सामने आई है। आग सबसे पहले AR टावर में दुकानों के बाहर रखे सामान में लगी। तेज हवाओं के कारण आग ने पल भर कई दुकानों को अपनी चपेट में ले लिया और इसके बाद देखते ही देखते पूरा तीन मंजिला टावर धधकने लगा।
इसके बाद आग हमराज कॉम्प्लेक्स, नफीस टावर, अर्जन कॉम्प्लेक्स, मसूद कॉम्प्लेक्स और सुपर हमराज कॉम्प्लेक्स तक फैल गई। इन 6 कॉम्प्लेक्स से आग की लपटें और धुआं से पूरा शहर का आस्मान काला पर गया। नफीस टावर में स्टेट बैंक ऑफ इंडिया (SBI) भी है। इस टावर में लगी आग ने बैंक को भी अपनी चपेट में ले लिया है। व्यापारी रवि शंकर दुबे ने बताया कि, 800 से ज्यादा दुकानें जली हैं। आग से 20 अरब यानी 2 हजार करोड़ से ज्यादा का नुकसान हुआ है।
AR टावर में काम करने वाले ज्ञान चंद लापता हैं। उनकी पत्नी का कहना है कि, अभी उनका पता नहीं चल सका है। ज्ञान चंद के साथी ने बताया कि, हम 6-7 लोग चौथे फ्लोर पर रात 12 बजे सोने गए थे। एक बजे के बाद आग लगी। आग लगने के बाद हम सभी बाहर आ गए। लेकिन, 40 साल के ज्ञान का पता नहीं चल रहा है। ज्ञान की तलाश के लिए फायर फाइटर्स ऑक्सीजन सिलेंडर के साथ मास्क लगाकर AR टावर में घुसे हैं।
जॉइंट पुलिस कमिश्नर आनंद प्रकाश तिवारी का कहना है कि, कानपुर, उन्नाव और लखनऊ समेत कई जिलों की 50 से ज्यादा फायर ब्रिगेड की गाड़ियां आग बुझाने में लगी हैं। सेना के साथ एयर फोर्स की टीम भी आग पर काबू पाने में जुटी है। कपड़े की मार्केट है तो आग तेजी से फैली। अगल-बगल लकड़ी की मार्केट है। तंग रास्ते हैं, आसपास काफी बिल्डिंग हैं। ऐसे में आग और न फैले इस बात का भी ध्यान रखा जा रहा है। कानपुर पुलिस कमिश्नर बीपी जोगदंड और DM मौके पर मौजूद हैं।
कानपुर बांसमंडी में अग्निकांड के चलते करीब 1 किमी का दायरा सील कर दिया गया है। कोपरगंज चौराहा, बांसमंडी चौराहा और डिप्टी पड़ाव चौराहा से बांसमंडी कपड़ा बाजार को जाने वाले सभी रास्तों को बैरिकेड द्वारा रोक दिया गया है।