Indore Collector: इंदौर कलेक्टर ने आज खाद्य सुरक्षा से संबंधित सलाहकार समिति की बैठक की जानकारी पत्रकारों को दी। उन्होंने बताया कि बैठक में अब तक की प्रगति और आगे की कार्ययोजना पर चर्चा की गई। कलेक्टर ने कहा कि पिछले कुछ वर्षों की तुलना में इस बार एडीएम कोर्ट से चालान वसूली में उल्लेखनीय वृद्धि हुई है, जो लगभग 94 लाख रुपये रही है। यह राशि काफी बड़ी है और आगे इसे और बढ़ाने की योजना बनाई जा रही है।
कलेक्टर ने कहा कि “इट राइट चैलेंज” के तहत हमारी आगामी कार्ययोजना पर भी चर्चा हुई है और इस पर कार्य प्रगति पर है। कलेक्टर ने प्राइवेट सेंटरों और किचनों पर भी ध्यान दिया, जहां बड़े पैमाने पर खाना तैयार किया जाता है। इसके सैंपल नियमित रूप से लिए जा रहे हैं और उन पर निगरानी रखी जा रही है। इसके अलावा, जिन संस्थानों ने अच्छा काम किया है और जो हाइजिन से संबंधित सर्टिफिकेट प्राप्त किए हैं, उन्हें आज प्रमाण पत्र भी प्रदान किए गए।
दूध में मिलावट पर इंदौर कलेक्टर की कड़ी प्रतिक्रिया
इंदौर में दूध में मिलावट की लगातार शिकायतें मिल रही हैं, जिसमें दूध में पानी मिलाकर बेचा जा रहा है। इस पर इंदौर कलेक्टर ने संजीदा प्रतिक्रिया दी है। कलेक्टर ने कहा कि कलेक्टर ने कहा कि दूध के मिलावट को रोकने के लिए फेट चेक करने वाली मशीनें सभी डेरी केंद्रों पर होनी चाहिए। इसके लिए एक प्रतिबंधात्मक आदेश पहले जारी किया गया था और उस समय चेकिंग के दौरान लगभग 90% जगहों पर फेट चेकिंग मशीनें मिली थीं।
कलेक्टर ने आगे कहा कि यदि आदेश की अवधि समाप्त हो चुकी है तो उसे फिर से जारी किया जाएगा और इस अभियान को पुनः तेज किया जाएगा। इसके अलावा, अगली सलाहकार समिति की बैठक में डेरी प्रतिनिधियों को भी शामिल किया जाएगा, ताकि इस मुद्दे पर और भी प्रभावी कदम उठाए जा सकें।
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