स्रेसन फार्मा का लाइसेंस रद्द कर फैक्ट्री सील
स्वास्थ्य मंत्री राजेंद्र शुक्ला से इस्तीफा की मांग

Cough Syrup Death Case: तमिलनाडु में जहरीली कोल्ड्रिफ सीरप बनाने वाली स्रेसन फार्मा पर बड़ी कार्रवाई हुई है। 23 बच्चों की मौत के बाद कंपनी का लाइसेंस रद्द कर फैक्ट्री सील कर दी गई है। मालिक रंगनाथन गिरफ्तार हैं और पूरे राज्य में दवा फैक्ट्रियों की जांच शुरू हो चुकी है।

मध्य प्रदेश के छिंदवाड़ा जिले के परासिया गांव में 22 मासूमों की जान लेने वाली जहरीली कोल्ड्रिफ खांसी की दवा के खिलाफ कड़ी कार्रवाई हुई है। तमिलनाडु के कांचीपुरम में स्थित स्रेसन फार्मास्यूटिकल्स का लाइसेंस रद्द कर फैक्ट्री को सील कर दिया गया है। जांच में पाया गया कि कोल्ड्रिफ में जहरीला डाइएथिलीन ग्लाइकॉल यानी डीईजी 48 प्रतिशत से अधिक मात्रा में मौजूद था, जबकि सीमा केवल 0.1 प्रतिशत है।

कंपनी के मालिक जी. रंगनाथन को चेन्नई से गिरफ्तार किया गया है और उन्हें 10 दिन की पुलिस रिमांड पर भेजा गया है। तमिलनाडु सरकार ने लापरवाही बरतने वाले दो दवा निरीक्षकों को निलंबित कर दिया है। केंद्र सरकार ने राज्यों को सलाह दी है कि बच्चों को खांसी की दवा सोच-समझकर ही दी जाए, क्योंकि ज़्यादातर बीमारियां अपने आप ठीक हो जाती हैं।

कांग्रेस का बीजेपी सरकार पर सीधा हमला
छिंदवाड़ा में जहरीले कफ सिरप से 23 बच्चों की मौत के विरोध में कांग्रेस ने अनोखा प्रदर्शन किया। रीगल चौराहे पर नर मुंडों की माला पहनकर प्रदर्शनकारियों ने उप मुख्यमंत्री और स्वास्थ्य मंत्री राजेंद्र शुक्ला से तत्काल इस्तीफे की मांग की। कांग्रेस ने सरकार पर संवेदनाहीन होने का आरोप लगाया।

जिला कांग्रेस अध्यक्ष विवेक खंडेलवाल और शहर कांग्रेस कमेटी के कार्यवाहक अध्यक्ष देवेंद्र सिंह यादव व गिरीश जोशी के नेतृत्व में प्रदर्शन किया गया। प्रदर्शनकारियों ने नर मुंडों की माला पहनकर सांकेतिक रूप से यह दिखाया कि सरकार लाशों पर राजनीति कर रही है। कांग्रेस ने उप मुख्यमंत्री और स्वास्थ्य मंत्री राजेंद्र शुक्ला से तत्काल इस्तीफा देने की मांग की। प्रदर्शन में यह भी कहा गया कि सरकार अमानवीय और संवेदनाहीन हो चुकी है, क्योंकि इतनी बड़ी घटना के बाद भी मंत्री जिम्मेदारी नहीं ले रहे हैं।