मप्र के शाजापुर जिले के कलेक्टर किशोर कन्याल को मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने बुधवार सुबह पद से हटा दिया है। उनकी जगह नरसिंहपुर कलेक्टर ऋजु बाफना को शाजापुर भेजा गया है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि – “मनुष्यता के नाते ऐसी भाषा हमारी सरकार में बर्दाश्त नहीं है। मैं खुद मजदूर परिवार का बेटा हूं। अधिकारी भाषा और व्यवहार का ध्यान रखें। जो अधिकारी ऐसी भाषा बोलते हैं, उन्हें मैदान में रहने का अधिकार नहीं है।”
जानिए पूरा घटनाक्रम –
दरअसल, मंगलवार को हुई बैठक में किशोर कन्याल ड्राइवर्स एसोसिएशन के सदस्यों से कह रहे थे कि कोई कानून को अपने हाथ में नहीं लेगा। इसी दौरान एक ड्राइवर ने कलेक्टर से “अच्छे से बोलो” कह दिए। यह सुनकर कन्याल भड़क गए और ड्राइवर से कहा कि – “गलत क्या है। समझ क्या रखा है? क्या करोगे तुम, तुम्हारी औकात क्या है?”
इसके बाद ड्राइवर ने कहा – “यही तो हमारी लड़ाई है, हमारी कोई औकात नहीं है।” इसके बाद कलेक्टर ने कहा – “लड़ाई ऐसे नहीं होती है। कृपया कोई भी कानून अपने हाथ में न ले।” आपकी सारी बातों को सुनने के लिए ही यहां बुलाया गया है। इसके बाद कलेक्टर के नाराजगी जताने पर ड्राइवर ने माफी मांग ली थी।
किशोर कन्याल ने बाद में दी सफाई –
कलेक्टर ने अपनी सफाई में कहा था, “मेरा उद्देश्य किसी को ठेस पहुंचना नहीं था। जिले में किसी को भी कानून व्यवस्था तोड़ने नहीं दिया जाएगा। आमजन की सुरक्षा की जिम्मेदारी हमारी है और किसी भी स्थिति में कानून व्यवस्था की स्थिति निर्मित नहीं होने देंगे। कानून तोड़ने वालों के विरुद्ध सख्त कार्रवाई करेंगे। बाद में कन्याल ने उक्त ड्राइवर से माफी भी मांग ली थी।”
आपको बता दें कि, कलेक्टर किशोर कन्याल राज्य प्रशासनिक सेवा से नौकरी में आए हैं। उनको 2013 में IAS अवार्ड हुआ है और कन्याल को 3 अप्रैल 2023 को शाजापुर कलेक्टर बनाया गया था। महज नौ महीने बार सरकार ने उनको पद से हटा दिया।