अयोध्या में 22 जनवरी को होने वाली रामलला की प्राण-प्रतिष्ठा और उससे पहले के सभी कार्यक्रम की पूरी जानकारी सामने आ गई है। 22 जनवरी को दोपहर 12.20 से 1 बजे तक प्राण प्रतिष्ठा का भव्य कार्यक्रम होगा। इसके बाद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, RSS प्रमुख मोहन भागवत और ट्रस्ट के अध्यक्ष महंत नृत्यगोपाल दास अपने विचार रखेंगे।
श्रीराम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट के महासचिव चंपत राय ने अयोध्या में मंदिर निर्माण कार्यशाला में सोमवार को प्रेस कॉन्फ्रेंस करके यह जानकारी दी। उन्होंने बताया कि, प्राण प्रतिष्ठा का मुहूर्त काशी के प्रकांड विद्वान गणेश्वर शास्त्री द्रविड़ ने तय किया है। प्राण प्रतिष्ठा का कर्मकांड वाराणसी के महंत लक्ष्मीकांत दीक्षित करेंगे।
कर्नाटक के अरुण योगीराज की बनाई प्रतिमा –
चंपत राय ने बताया कि, गर्भगृह में विराजने वाली प्रतिमा का चयन कर लिया गया है। कर्नाटक के मूर्तिकार अरुण योगीराज की बनाई गई प्रतिमा गर्भगृह में स्थापित होगी। मेरे अनुसार उन्हीं की मूर्ति का चयन हुआ है। मूर्ति बनाते वक्त वह 15-15 दिन परिवार से बात नहीं करते थे। वह बहुत परिश्रमी लड़का है और उसे उसकी मेहनत का फल भी मिला हैं।
जानकारी के मुताबिक, अरुण योगीराज ने नीले रंगे की रामलला की मूर्ति बनाई है। जिसका वजन लगभग 200 किलो हैं। इसमें रामलला को खड़े हुए धनुष-बाण लिए दिखाया गया है। प्रतिमा ऐसी है जो राजा के पुत्र की तरह और विष्णु का अवतार लगे। गर्भगृह में रामलला कमल के फूल पर विराजमान होंगे। कमल के फूल के साथ उनकी लंबाई करीब 8 फीट होगी। हालाँकि, अभी फाइनल प्रतिमा की फोटो जारी नहीं की गई है।