इंदौर के CHL अस्पताल में गुरुवार को बच्ची को जन्म देने के बाद मुख्य न्यायिक मजिस्ट्रेट (CJM) पद्मा राजोरे (50) की मौत हो गई। डिलीवरी के बाद तबीयत बिगड़ने पर उन्हें वेंटीलेटर पर रखा गया था। उन्होंने गर्भावस्था के दौरान भी न्यायालय में सेवाएं दी थीं। उनका अंतिम संस्कार शुक्रवार दोपहर राऊ में किया गया।
इंदौर की रहने वाली जज खरगोन में पदस्थ थी। CJM पद्मा राजौरे प्रसुति के लिए 8 जनवरी से मेडिकल अवकाश पर थी। उनका इलाज शहर के निजी अस्पताल में चल रहा था। हालत गंभीर होने पर 10 जनवरी को उन्हें इंदौर रैफर किया गया
जहाँ उन्होंने एक बेटी को जन्म दिया और प्रसुति के बाद से उनकी तबीयत बिगड़ने पर उन्हें वेंटिलेटर पर रखा गया। जहाँ गुरुवार दोपहर 2 बजे उनका इंदौर के CHL अस्पताल में निधन हो गया।
न्यायालय के पदस्थ कर्मचारियों ने बताया कि वे 14 जुलाई 2021 को CJM न्यायालय में न्यायाधीश के पद पर पदस्थ हुई थी। परिजनों ने बताया कि, CJM पद्मा राजौर को को प्रसुति के बाद पीलिया हो गया था। इसके बाद उनके स्वास्थ्य में सुधार नहीं हो पा रहा था। इसी के चलते उनका निधन हो गया।