Green Indore: राष्ट्रीय हरित प्राधिकरण (National Green Tribuna) के प्रिंसिपल बेंच के सदस्य डॉ. अफरोज अहमद ने इंदौर को पर्यावरण संरक्षण, वायु गुणवत्ता सुधार और जल संचयन के क्षेत्र में देश का सबसे बेहतरीन मॉडल शहर माना है।
उन्होंने कहा कि इस शहर ने कई नवाचारों के साथ पर्यावरणीय सुधार के कार्यों में उल्लेखनीय सफलता हासिल की है, जिसके चलते इंदौर आज एक उदाहरण बन गया है। NGT के आदेशों और निर्देशों में भी इंदौर मॉडल का लगातार उल्लेख किया जा रहा है। आज इंदौर में जिला पर्यावरण समिति की समीक्षा बैठक हुई, जिसमें डॉ. अफरोज अहमद की अध्यक्षता में कलेक्टर श्री आशीष सिंह, नगर निगम आयुक्त श्री शिवम वर्मा, और अन्य वरिष्ठ अधिकारी शामिल हुए।
बैठक में इंदौर के पर्यावरणीय सुधार कार्यों की सराहना करते हुए डॉ. अहमद ने कहा कि इंदौर ने मेट्रो लाइन और कॉलोनियों के आसपास वाटर रिचार्जिंग की दिशा में उल्लेखनीय कार्य किए हैं। उन्होंने यह भी कहा कि जिले में ग्रीन क्षेत्र को बढ़ावा देने के लिए अनिवार्य रूप से सभी नई कॉलोनियों में मापदंडों के अनुरूप कार्य किए जाएं। इसके अलावा, बैठक में यह जानकारी दी गई कि जिले में प्लास्टिक के उपयोग पर रोक लगाने के लिए बर्तन बैंक स्थापित किए गए हैं, और नदी, नालों और तालाबों में सीवर आउटफॉल की रोकथाम के लिए टॉस्क फोर्स का गठन किया गया है। वर्षा जल संचयन के तहत साढ़े आठ हजार घरों में वाटर हार्वेस्टिंग की प्रक्रिया शुरू की गई है और मेट्रो के 311 स्थानों पर रैन वॉटर हार्वेस्टिंग कार्य किए गए हैं।
इंदौर में जल गंगा संवर्धन अभियान भी जोर-शोर से चलाया जा रहा है, जो वर्षा जल संचयन की दिशा में एक अहम कदम है। इस अभियान के तहत शिप्रा और कान्ह नदी के किनारे के गांवों में घरेलू तरल अपशिष्ट प्रबंधन कार्य योजना भी बनाई गई है। इंदौर की ये प्रभावशाली पहल न केवल शहर के पर्यावरणीय सुधार के लिए कारगर साबित हो रही हैं, बल्कि देशभर में इसे एक आदर्श मॉडल के रूप में प्रस्तुत किया जा रहा है। एनजीटी ने इंदौर के पर्यावरण कार्यों की सराहना की और इसके उदाहरण को अन्य शहरों के लिए प्रेरणा स्रोत बताया।
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