इंदौर में कान्ह नदी और सरस्वती नदी की सफाई का काम जोरों पर है, जिसमें अवैध कब्जों को हटाने की प्रक्रिया भी शामिल है। सिंहस्थ प्रोजेक्ट के अंतर्गत इस कब्जा मुक्ति अभियान को अंजाम दिया जा रहा है, जिसका उद्देश्य नदियों के प्राकृतिक प्रवाह को बहाल करना और शहर को स्वच्छ बनाना है।
नगर निगम द्वारा किए गए सर्वेक्षण में कान्ह और सरस्वती नदियों पर कुल 3 हजार अवैध अतिक्रमणों को चिन्हित किया गया है। इनमें से पहले चरण में 1500 कच्चे मकानों को चिन्हित कर लिया गया है, जिन्हें जल्द ही हटाया जाएगा। इन अतिक्रमणों को हटाने के लिए संबंधित लोगों को नोटिस भी जारी कर दिए गए हैं। हालांकि, बारिश के कारण इस कार्य में थोड़ी देरी हो रही है, लेकिन जल्द ही इस पर कार्रवाई की जाएगी।
नगर निगम के अधिकारियों का कहना है कि अगले 5 से 10 दिनों के भीतर इन अतिक्रमणों को हटाने का काम शुरू कर दिया जाएगा। प्रभावित लोगों को उचित स्थान पर स्थानांतरित करने की भी योजना बनाई गई है, ताकि उनका पुनर्वास किया जा सके।
इस कब्जा मुक्ति अभियान के तहत, सिंहस्थ 2028 को ध्यान में रखते हुए, नदियों की सफाई और उनके किनारे बसे अवैध अतिक्रमणों को हटाने का कार्य प्राथमिकता से किया जा रहा है। इससे न केवल नदियों की स्वच्छता में सुधार होगा, बल्कि शहर की जल निकासी व्यवस्था में भी सुधार होगा, जो भविष्य में बाढ़ जैसी प्राकृतिक आपदाओं से बचाव के लिए महत्वपूर्ण है।
कान्ह और सरस्वती नदी की सफाई और अतिक्रमण हटाने की इस मुहिम से शहरवासियों को भी जागरूक किया जा रहा है कि वे नदियों के किनारे कचरा न फेंके और स्वच्छता बनाए रखने में योगदान दें। इस अभियान के तहत शहर को स्वच्छ और हरा-भरा बनाने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम उठाया जा रहा है।