बिहार में जारी सियासी खींचतान जारी है। लालू यादव के राजद (RJD) और नीतीश कुमार के जेडीयू (JDU) का गठबंधन टूटने की कगार पर है। शनिवार को नीतीश कुमार ने राजद कोटे के मंत्रियों के कामकाज पर रोक लगा दी है और इसके बाद राज्य के कृषि मंत्री कुमार सर्वजीत ने सरकारी गाड़ी लौटा दी है। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार कल सुबह 10 बजे अपना इस्तीफा राज्यपाल को सौंप कर नए मुख्यमंत्री की शपथ शाम को करवाने के लिए आग्रह कर सकते हैं।
बिहार में सियासी उलटफेर को लेकर लगाई जा रही अटकलों पर आज तस्वीर साफ हो सकती है। पटना में तेजस्वी यादव के आवास पर RJD विधायक दल की बैठक हो रही है। वहीं 4 बजे बीजेपी ने भी बैठक बुलाई है। इसके अलावा रविवार सुबह 10 बजे जेडीयू की बैठक होगी। ये तमाम संकेत बता रहे हैं कि – RJD और JDU के रास्ते अलग हो गए है।
JDU के सासंदों ने मोदी-नीतीश साथ को जरूरी बताना शुरू कर दिया हैं। जेडीयू नेताओं के तेवर आरजेडी को लेकर तल्ख नजर आ रहे है और इस बीच बिहार की सियासी हलचल के बीच तेजस्वी यादव ने कहा कि – “वह आसानी से तख्तापलट नहीं होने देंगे।” अब सबकी नजरें नीतीश कुमार के अगले कदम पर टिकी हुई हैं।
बिहार विधानसभा का गणित –
बिहार विधानसभा में अभी BJP के पास विधानसभा की 78 सीटें हैं जबकि JDU के पास 45 विधायक हैं। वहीं NDA की सहयोगी पार्टी हम के पास 4 विधायक हैं। अगर इन सबको जोड़े दें ते ये आकंडा 127 का होता है और अगर RJD-JDU के कुछ विधायकों को तोड़ती है तो ऐसे में कांग्रेस के 10 बागी विधायक नीतीश और BJP की सरकार बनवाने में अहम भूमिका निभा सकते हैं।