PM Modi: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी 25 दिसंबर 2023 को मध्यप्रदेश के छतरपुर जिले में पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी की जयंती के मौके पर केन-बेतवा नदी जोड़ो परियोजना की आधारशिला रखेंगे। यह परियोजना मध्यप्रदेश और उत्तर प्रदेश के बुंदेलखंड क्षेत्र में पानी की आपूर्ति और सिंचाई के लिए महत्वपूर्ण होगी। इससे मध्यप्रदेश के कई जिलों को लाभ मिलेगा, और इस परियोजना से लगभग 10.62 लाख हेक्टेयर भूमि में सिंचाई की सुविधा मिलेगी, साथ ही लाखों लोगों को पीने का पानी भी मिलेगा। प्रधानमंत्री मोदी की यह यात्रा और परियोजना का उद्घाटन, राज्य सरकार के विकास कार्यों का हिस्सा है।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी 25 दिसंबर को मध्यप्रदेश के दौरे पर रहेंगे, जहां वे खजुराहो में देश की पहली केन-बेतवा लिंक राष्ट्रीय परियोजना की आधारशिला रखेंगे। यह परियोजना बुंदेलखंड क्षेत्र की दशा और दिशा बदलने की एक ऐतिहासिक पहल होगी। इस महत्वाकांक्षी योजना का उद्देश्य जल संकट से जूझ रहे इस क्षेत्र को राहत प्रदान करना है और इसे स्वर्गीय प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी के नदी जोड़ो अभियान की बड़ी उपलब्धि के रूप में देखा जा रहा है। परियोजना का कुल बजट ₹44,605 करोड़ है, जो इसे भारत की सबसे महंगी और उन्नत जल परियोजनाओं में से एक बनाता है। इस पहल से जल संकटग्रस्त बुंदेलखंड में समृद्धि का नया युग शुरू होगा।
प्रधानमंत्री मोदी ने पहले भी जल सुरक्षा और किसान कल्याण को प्राथमिकता दी है। यह परियोजना उन्हीं प्रयासों का हिस्सा है, जो भारत को जल-समृद्ध और आत्मनिर्भर बनाने की दिशा में एक बड़ा कदम है। दरअसल केन और बेतवा नदियों को जोड़ने की परियोजना से राज्य के छतरपुर, पन्ना, टीकमगढ़, निवाड़ी, दमोह, शिवपुरी, दतिया, रायसेन, विदिशा और सागर जिले लाभान्वित होंगे। इससे मध्य प्रदेश में 8.11 लाख हेक्टेयर और उत्तर प्रदेश में 2.51 लाख हेक्टेयर में फैले बुंदेलखंड क्षेत्र में 10.62 लाख हेक्टेयर में सिंचाई के लिए पानी मिलेगा, साथ ही मध्य प्रदेश में 41 लाख और उत्तर प्रदेश में 21 लाख लोगों को पीने का पानी मिलेगा।
मप्र ने पार्वती-कालीसिंध-चंबल नदी जोड़ो परियोजना को लागू करने का भी फैसला किया है, जिससे राज्य के गुना, शिवपुरी, सीहोर, देवास, राजगढ़, उज्जैन, आगर-मालवा, इंदौर, शाजापुर, मंदसौर और मुरैना जिलों को फायदा होगा। यह परियोजना मध्य प्रदेश में 6.13 लाख हेक्टेयर में सिंचाई के लिए पानी उपलब्ध कराएगी और प्रधानमंत्री मोदी ने 17 दिसंबर को जयपुर में इसकी आधारशिला रखी थी।
गौरतलब है कि, 11 दिसंबर, 2023 को यादव को औपचारिक रूप से भाजपा विधायक दल का नेता चुना गया और दो दिन बाद उन्होंने मुख्यमंत्री पद की शपथ ली थी। जिसके बाद से ही मोहन यादव एक्शन मोड में नजर आ रहे हैं और पीएम मोदी उन पर पूरा भरोसा करते हुए प्रदेश को एक से बढ़कर एक सौगातें सौंपते जा रहे हैं।
प्रधानमंत्री मोदी और मोहन यादव की जुगलबंदी राज्य की विकास कार्यों में अहम भूमिका निभा रही है। मोदी का यादव पर पूरा विश्वास दिखाई देता है, और इसी भरोसे के चलते राज्य को लगातार बड़ी परियोजनाओं की सौगात मिल रही है। मोहन यादव के नेतृत्व में प्रदेश की विकास यात्रा तेज हुई है, और प्रधानमंत्री मोदी ने उन पर विश्वास जताते हुए कई महत्वपूर्ण योजनाओं की शुरुआत की है। यह जुगलबंदी न केवल राज्य के विकास को गति दे रही है, बल्कि देश के लिए भी एक प्रेरणा बन रही है।
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