छत्तीसगढ़ के कोरबा जिले के सिविल लाइन थाना क्षेत्र में हाउसिंग बोर्ड कॉलोनी में रहने वाली एक नाबालिग लड़की ने फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली। मृतक लड़की 12वीं कक्षा की छात्रा थी और जब लड़की 7 साल की थी, तब उसे अधिवक्ता अनीता चाको ने गोद लिया था।
सिविल लाइन में पदस्थ ASI राकेश गुप्ता ने बताया कि, 16 साल की छात्रा घटना के वक्त घर में अकेली थी। जब परिजन घर पहुंचे, तो उन्होंने लड़की का शव फांसी के फंदे से लटकता हुआ देखा तो, तुरंत उसे उतारकर परिजन निजी अस्पताल ले गए, जहां डॉक्टरों ने जांच के बाद उसे मृत घोषित कर दिया। जिसके बाद परिजनों ने घटना की सूचना पुलिस को दी।
मौके पर पहुंची पुलिस ने शव को पोस्टमॉर्टम के लिए जिला अस्पताल रवाना किया और छात्रा की माँ अधिवक्ता अनीता चाको के बयान दर्ज किये। छात्रा ने आत्महत्या जैसा कदम क्यों उठाया, इस बात का पता नहीं चल सका है। क्यूंकि छात्रा के पास से फिलहाल कोई सुसाइड नोट नहीं मिला है। पुलिस का कहना है कि, पोस्टमार्टम रिपोर्ट के बाद ही कुछ कहा जा सकेगा।
पुलिस ने ये भी बताया कि, अधिवक्ता अनीता चाको ने शादी नहीं की है, इसलिए उसने बच्ची को बाल कल्याण समिति से 8 साल पहले गोद लिया था। घर में केवल माँ -बेटी ही रहते थे, साथ ही उन्होंने सुरक्षा के मद्देनजर 5 कुत्ते भी पाल रखे थे। छात्रा की माँ अनीता चाको ने पुलिस को पूछताछ में बताया कि, बेटी के साथ कुछ भी असामान्य नहीं लग रहा था। उसका व्यवहार रोज की तरह ही था। वो भी गुरुवार को रोजाना की तरह ड्यूटी चली गई।
जब वहां से उसने एक-दो बार बेटी को फोन किया, तो बेटी ने कॉल रिसीव नहीं किया। बाद में वे ड्यूटी से घर वापस लौट आईं, जहां बेटी अपने कमरे में फांसी पर लटकी मिली। उन्होंने लोगों की मदद से उसे तुरंत उसे फांसी के फंदे से उतारा और निजी अस्पताल लेकर गई, लेकिन डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया। इधर पुलिस ने छात्रा के मोबाइल को जब्त कर उसके कॉल डिटेल्स और मैसेजेज़ से आत्महत्या की वजह तलाश करने की कोशिश में जुटी हुई है।