पंजाब के बठिंडा मिलिट्री स्टेशन में बुधवार सुबह हुई फायरिंग से सेना के 4 जवानों की मौत हो गई। आर्मी ने इस घटना को लेकर कहा कि, फायरिंग सुबह 4:35 बजे हुई। जिसमे 4 मौतों के अलावा जान-माल का कोई नुकसान नहीं हुआ है।
Punjab Live Updates
अब इस पूरी वारदात में पुलिस और सेना की टीमें मिलकर सभी पहलुओं की जांच करेंगे। इसमें 2 दिन पहले यूनिट के गार्ड रूम से इंसास राइफल और गोलियां गायब होने का एंगल भी शामिल है। हलांकि मिलिट्री स्टेशन को सील कर दिया गया है और लोगों के आने-जाने पर भी रोक लगा दी गई है। फ़िलहाल अभी इस घटना को आतंकी हमला नहीं कहा जा रहा है।
फायरिंग से जुड़े अपडेट्स –
1. आतंकी हमला
पुलिस को मिलिट्री स्टेशन के भीतर जाने की परमिशन नहीं दी गई है। कैंट के बाहर से भीतर की ओर फायरिंग की गई है। ऐसे में इस हमले को आतंकी हमला बताया जा रहा है।
2. जवानों की आपसी फायरिंग
कुछ रिपोर्ट्स में यह भी कहा जा रहा है कि, फायरिंग मिलिट्री स्टेशन के ऑफिसर्स मेस में हुई। बठिंडा के SSP गुलनीत खुराना ने इस हमले के आतंकवादी घटना होने से इनकार किया है। उन्होंने कहा कि, “यह जवानों की आपसी फायरिंग हो सकती है।”(Punjab Live Updates)
पुलिस सूत्रों के अनुसार, बठिंडा मिलिट्री स्टेशन के भीतर बुधवार को तड़के संदिग्ध गतिविधियां देखी गईं। जवानों ने तलाशी अभियान चलाया। इस दौरान संदिग्ध ने जवानों पर फायरिंग कर दी। फायरिंग करने वाला शख़्स सादे कपड़ों में था।
4. 2 दिन पहले राइफल गायब हुई थी
मिलिट्री स्टेशन के यूनिट गार्ड रूम से 2 दिन पहले एक इंसास राइफल और 28 गोलियां गायब हुई थीं। आर्मी इसकी जांच भी कर रही थी। शक जताया जा रहा है कि इस राइफल का इस घटना में इस्तेमाल हुआ होगा।
आर्मी चीफ जनरल मनोज पांडे इस मामले में ब्रीफिंग देंगे।
रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने इस घटना के बारे में सेना से रिपोर्ट मांगी है। पंजाब सरकार ने भी बठिंडा पुलिस से रिपोर्ट तलब की है। वहीँ, आर्मी कैंट के भीतर सैनिकों के परिवार भी रहते हैं। घटना के बाद से सेना ने सभी को घरों में रहने को कहा है। कैंट के भीतर स्कूल बंद कर दिए गए हैं।
एशिया की सबसे बड़ी छावनी है बठिंडा कैंट –
बठिंडा कैंट एशिया की सबसे बड़ी सैनिक छावनी है। इस मिलिट्री स्टेशन की बाउंड्री करीब 45 किलोमीटर की है। यहां का एम्युनिशन डिपो देश के सबसे बड़े डिपो में से एक है।(Punjab Live Updates)