Search
Close this search box.

BREAKING NEWS

प्लास्टिक सर्जरी की अफवाहों पर राजकुमार राव ने दिया जवाब.खुले हुए नलकूप/बोरवेल की सूचना देने वाले को मिलेगी 10 हजार रूपये की प्रोत्साहन राशिरोहित ने छह टीमों से ज्यादा छक्के उड़ाए, पोलार्ड को भी पीछे छोड़ापतंजलि को झटका : योग से कमाए पैसों पर देना होगा टैक्सपुलिस से पंगा लेना मत, नहीं तो यहीं चौराहे पर पटक-पटक कर मारूंगाआज पहले चरण का मतदान,कई दिग्गजों की साख दांव परजम्मू-कश्मीर में एवलांच का रेड अलर्ट, कई इलाको में बर्फबारी से माइनस 10 डिग्री पहुंचा तापमान, UP-बिहार में बारिश ने ठंड बढ़ाईकेजरीवाल के PS के घर ED की रेड, मनी लॉन्ड्रिंग से जुड़े मामले में AAP के 10 ठिकानों पर पहुंची टीमब्लू साड़ी में श्वेता लगीं काफी स्टनिंग, एक्ट्रेस के कातिलाना अवतार पर 1 लाख से भी ज्यादा यूजर्स ने किया लाइकभारत में 718 Snow Leopard, अकेले लद्दाख में रहते हैं 477 हिम तेंदुए, WII की नई रिपोर्ट जारी

पृथ्वी पर हैं 19 हजार से ज़्यादा समुद्री ज्वालामुखी, विस्फोट होने पर आ सकती हैं भूकंप और सुनामी जैसी आपदाएं, इंसानों को कितना खतरा?

Undersea Volcanoes
Undersea Volcanoes

👇खबर सुनने के लिए प्ले बटन दबाएं

वैज्ञानिको ने हाई-डेफिनिशन रडार सैटेलाइट की मदद से पूरी पृथ्वी पर 19,000 से ज़्यादा समुद्री ज्वालामुखियों (Undersea volcanoes) का पता लगाया है। ये अब तक पाए गए समुद्री पहा़ड़ों (Seamounts) की सबसे बड़ी संख्या है, जो हाल ही में अर्थ एंड स्पेस साइंस (Earth and Space Science) जर्नल में प्रकाशित शोध में ओशिन करंट, प्लेट टेक्टोनिक्स और जलवायु परिवर्तन के बारे में बेहतर जानकारी साझा की गई हैं।
Undersea Volcanoes
Undersea Volcanoes
इससे पहले, सोनार का इस्तेमाल करके पृथ्वी के समुद्र तल के केवल एक-चौथाई हिस्से को ही मैप किया गया था। इस तकनीक से पानी के नीचे छिपी चीज़ों का पता लगाने के लिए साउंड वेव्स का इस्तेमाल किया जाता है। 2011 में जब सोनार का इस्तेमाल किया गया था, तब 24,000 से ज़्यादा सीमाउंट, या समुद्री पहाड़ों का पता लगा था, जो ज्वालामुखीय गतिविधि की वजह से बने थे। हालांकि, 27,000 से ज़्यादा Seamounts ऐसे हैं जो सोनार की पकड़ में नहीं आए थे।
Undersea Volcanoes
Undersea Volcanoes
सर्वे पर काम करने वाले, स्क्रिप्स इंस्टीट्यूशन ऑफ ओशनोग्राफी के एक मरीन जियोफिज़िसिस्ट डेविड सैंडवेल (David Sandwell) का कहना है कि, “यह बहुत शानदार है, इन ज्वालामुखियों में अगर खतरनाक विस्फोट होता है तो भूकंप, सुनामी जैसी कई आपदाएं आ सकती हैं। जैसा कि पिछले साल टोंगा ज्वालामुखी विस्फोट की वजह से हुआ था।”
Undersea Volcanoes
Undersea Volcanoes
हालांकि, नए शोध से यह भी पता चला है कि, समुद्र के नीचे क्या हो रहा है और इसकी जांच के लिए वैज्ञानिकों को सोनार सर्वे पर भरोसा नहीं करना चाहिए। रडार सैटेलाइट न केवल समुद्र की ऊंचाई को मापते हैं, बल्कि यह भी देख सकते हैं कि पानी की स्याह गहराइयों में क्या छिपा हुआ है। यह समुद्र तल की टोपोग्राफी को बेहतर तरीके से दिखा सकते हैं।
Undersea Volcanoes
Undersea Volcanoes
वैज्ञानिकों ने यूरोपीय अंतरिक्ष एजेंसी के क्रायोसैट -2 समेत कई साटेलाइट से डेटा इकट्टा किया और पाया कि वे पानी के नीचे 3,609 फीट जितने छोटे से छोटे टीले को भी ढूंढ सकते हैं। विज्ञान के मुताबिक यह सीमाउंट की निचली सीमा है। शोध के मुताबिक, इस तकनीक के इस्तेमाल से वैज्ञानिकों का अनुमान है कि, ‘वे करीब 1,214 फीट की एक्यूरेसी के पानी के नीचे छोटे ज्वालामुखियों की ऊंचाई का अनुमान लगा सकते हैं।’
Undersea Volcanoes
Undersea Volcanoes
अब तक, शोधकर्ताओं ने पूर्वोत्तर अटलांटिक महासागर में सीमाउंटेस के एक कलेक्शन की मैपिंग की है, जिससे आइसलैंड में मेंटल प्लम के बनने के कारणों का पता लगाने में मदद कर सकता है। इन अपडेट किए हुए मैप से ओशिन करंट और ‘अपवेलिंग’ (Upwellings) को भी बेहतर तरह से समझा जा सकता है। आपको बता दें कि, अपवेलिंग तब होता है जब समुद्र के तल से पानी सतह की ओर ऊपर की ओर बढ़ता है।
Undersea Volcanoes
Undersea Volcanoes
MORE NEWS>>>गोवा में अंतरराष्ट्रीय ड्रग गिरोह का भंडाफोड़, रशियन ओलंपिक मेडलिस्ट ड्रग्स के साथ गिरफ्तार, गुप्त सूचना के आधार पर NCB का एक्शन

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *