हरियाणा के विख्यात रागनी गायक पाले राम दहिया का 68 साल की उम्र में हार्ट अटैक से निधन हो गया है। आज उनका सोनीपत के गांव हलालपुर में अंतिम संस्कार किया जाएगा। उनके एकाएक हुए निधन से हरियाणा लोक संगीत को गहरा धक्का लगा है। वहीं उनके चाहने वाले भी यह खबर सुन स्तब्ध और दुखी हैं।
पाले राम दहिया मंच पर हरियाणवी रागनियों से समां बांध देते थे, साथ ही हास्य चुटकले सुनाकर उपस्थित जनों को हंसा-हंसा कर लोट-पोट कर देते थे। हरियाणा के दूसरे फेमस लोक गायक मा. सतबीर के साथ जब पाले राम का मुकाबला होता था तो सुनने वालों की भारी भीड़ कार्यक्रम में उमड़ती थी। एक समय में उनके गीत “गिन के दे लिए बोल 360 चोबारे आली” ने जमकर धूम मचा दी थी। हरियाणा के साथ वे यूपी में भी अपने प्रोग्राम करने जाते थे।
पाले राम दहिया की खास बात यह थी कि, ‘उन्होंने ऐसी रागनी गाई, जिनसे प्रदेश की संस्कृति को तो जीवंत रखा ही, साथ में सामाजिक कुरीतियों पर भी कड़ा प्रहार हुआ। उन्होंने भजनों को भी रागनी में पिरो कर लोगों के सामने रखा। “हे मानव शुभ कर्म करा कर, गंगा जी तेरे खेत में” भजन भी काफी लोकप्रिय रहे हैं।