हमारे सनातन धर्म में आषाढ़ मास की पूर्णिमा को गुरु पूर्णिमा के रूप में मनाया जाता है। इस बार गुरु पूर्णिमा 3 जुलाई, सोमवार के दिन मनाई जाएगी। ज्योतिषी कहते हैं कि, गुरु पूर्णिमा के दिन गुरु के आशीर्वाद से धन संपत्ति, सुख शांति और वैभव का वरदान पाया जा सकता है। इसी दिन वेदव्यास का जन्म हुआ था इसलिए इसे व्यास पूर्णिमा भी कहा जाता है।
हिन्दू धर्म में गुरु पूर्णिमा का विशेष महत्व बताया गया है। माना जाता है कि, हमारे जीवन में गुरु का स्थान सर्वश्रेष्ठ होता है और गुरु भगवान से भी ऊपर होता है। ऐसा इसलिए क्योंकि वो गुरु ही होता है जो व्यक्ति को अज्ञानता के अंधकार से उबारकर ज्ञान का प्रकाश दिखाता है।
गुरु पूर्णिमा शुभ मुहूर्त –
तिथि प्रारंभ – 02 जुलाई की रात 08 बजकर 21 मिनट से
तिथि समापन – 03 जुलाई की शाम 05 बजकर 08 मिनट तक