तमिलनाडु के CM एमके स्टालिन के बेटे उदयनिधि स्टालिन ने 2 सितंबर को चेन्नई में हुए एक कार्यक्रम में सनातन धर्म को खत्म करने की बात कही थी। जिसके चार दिन बाद भी वह अपने बयान पर कायम हैं।
चेन्नई में मीडिया से बातचीत में उदयनिधि ने कहा – “वे हिंदू धर्म के खिलाफ नहीं हैं, बल्कि जातिगत भेदभाव जैसी सनातन प्रथाओं के खिलाफ हैं।” राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू को संसद के इनॉगरेशन पर इनवाइट नहीं करना इसका ताजा उदाहरण है।
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उधर, स्टालिन के बयान के बाद दिल्ली और UP में FIR दर्ज हो गई है। बुधवार को भी कर्नाटक BJP नेता नागराज नायक ने पुलिस में शिकायत दर्ज कराई हैं। वहीं, अब कर्नाटक के गृह मंत्री जी परमेश्वर ने मंगलवार को हिंदू धर्म की उत्पत्ति पर सवाल खड़े कर दिए। परमेश्वर ने कहा कि, ‘हिंदू धर्म का जन्म कब हुआ, इसे किसने बनाया? इसके बारे में किसको पता है?
माफी मांगने के सवाल पर उदयनिधि ने चुप्पी साधी –
सनातन के खिलाफ दिए अपने बयान पर उदयनिधि ने माफी मांगने के सवाल पर चुप्पी साध ली है। स्टालिन ने कहा, ‘2 सितंबर को मैंने एक समारोह में इसके (सनातन धर्म) बारे में बात की थी। मैंने जो भी कहा, वही बात बार-बार दोहराऊंगा। मैंने सिर्फ हिंदुओं को नहीं, बल्कि सभी धर्मों को इसमें शामिल किया। मैंने जातिगत मतभेदों की निंदा की है, न की किसी धर्म की।’
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