दिव्या देशमुख ने रचा इतिहास, वर्ल्ड नंबर-1 होउ यिफान को हराया

भारतीय शतरंज की युवा स्टार दिव्या देशमुख ने एक बार फिर अपने जबरदस्त खेल का परिचय देते हुए दुनिया की नंबर-1 खिलाड़ी होउ यिफान को मात दी है। यह जीत लंदन में चल रही वर्ल्ड रैपिड और ब्लिट्ज टीम चैंपियनशिप 2025 के सेमीफाइनल में हासिल की गई, जिससे शतरंज जगत में हलचल मच गई है।
74 चालों में दी मात
19 वर्षीय नागपुर निवासी दिव्या देशमुख ने रैपिड सेगमेंट के दूसरे चरण में सफेद मोहरों से खेलते हुए 74 चालों में जीत दर्ज की। होउ यिफान, जो विश्व रैंकिंग में शीर्ष पर हैं और चीन की सबसे मजबूत महिला शतरंज खिलाड़ियों में गिनी जाती हैं, को हराना दिव्या के करियर की सबसे बड़ी उपलब्धियों में से एक है।
दिव्या की यह जीत इसलिए भी खास है क्योंकि सेमीफाइनल के पहले राउंड में होउ यिफान ने उन्हें हराया था। लेकिन दूसरे राउंड में दिव्या ने जोरदार वापसी की और शुरुआती बढ़त को अंत तक बरकरार रखा।
टीम इंडिया को दिलाया सिल्वर
दिव्या देशमुख ने हेक्सामाइंड शतरंज क्लब का प्रतिनिधित्व करते हुए इस प्रतियोगिता में हिस्सा लिया और टीम रैपिड और ब्लिट्ज सेगमेंट दोनों में भारत को रजत पदक दिलाने में अहम भूमिका निभाई। साथ ही, दिव्या ने व्यक्तिगत मुकाबलों में भी शानदार प्रदर्शन किया।
शानदार करियर की झलक
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2012 में अंडर-7 राष्ट्रीय चैम्पियन बनीं
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2014 (डर्बी) में अंडर-10 और 2017 (ब्राजील) में अंडर-12 खिताब जीते
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अक्टूबर 2021 में महिला ग्रैंडमास्टर (WGM) बनीं
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2024 के बुडापेस्ट ओलंपियाड में भारत को स्वर्ण पदक दिलाया
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2025 में 2600+ परफॉर्मेंस रेटिंग के साथ व्यक्तिगत रैंकिंग में भी शानदार प्रदर्शन किया
प्रधानमंत्री मोदी ने दी बधाई
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने दिव्या को उनकी इस ऐतिहासिक जीत पर सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म X (पूर्व में ट्विटर) पर बधाई दी। उन्होंने लिखा:
“लंदन में वर्ल्ड टीम ब्लिट्ज चैंपियनशिप के सेमीफाइनल में विश्व नंबर-1 खिलाड़ी होउ यिफान को हराने पर दिव्या देशमुख को बधाई। यह सफलता उनके समर्पण और दृढ़ संकल्प को दर्शाती है।”
न केवल भारत की शान, बल्कि आने वाले वर्षों की उम्मीद
दिव्या देशमुख आज सिर्फ एक नाम नहीं, बल्कि भारत की युवा प्रतिभा और महिला शक्ति का प्रतीक बन चुकी हैं। उनका यह प्रदर्शन यह दिखाता है कि भारत आने वाले समय में शतरंज की दुनिया में शीर्ष स्थान पर काबिज रहेगा।