Breaking News: देखिये आज की टॉप 5 खबरे, जानिए देश-विदेश के सबसे चर्चित मुद्दे।
प्रदेश के सरकारी अस्पतालों में अनुबंध पर सेवा देंगे निजी डॉक्टर
मध्य प्रदेश सरकार ने प्रदेश के सरकारी अस्पतालों में डॉक्टरों की कमी को दूर करने के लिए निजी डॉक्टरों से अनुबंध पर सेवा लेने की योजना बनाई है। इससे अस्पतालों में सर्जरी और अन्य चिकित्सा कार्यों में कोई रुकावट नहीं आएगी। खासतौर पर आयुष्मान योजना के तहत उपचार ले रहे मरीजों को इससे लाभ मिलेगा। इस व्यवस्था के माध्यम से प्रदेश सरकार की कोशिश है कि सरकारी अस्पतालों में गुणवत्तापूर्ण स्वास्थ्य सेवाएं सुनिश्चित की जा सकें, जिससे मरीजों को बेहतर इलाज मिल सके और अस्पतालों में डॉक्टरों की कमी की समस्या का समाधान हो सके।
आज उड़ेगी रीवा से भोपाल की पहली फ्लाइट
मध्य प्रदेश में रीवा और भोपाल के बीच हवाई सेवा की शुरुआत आज से हो रही है। रीवा से भोपाल के बीच पहली फ्लाइट आज उड़ान भरेगी, जिसका किराया ₹3999 रखा गया है। यह फ्लाइट रीवा से भोपाल जाने वाले यात्रियों के लिए एक नई सुविधा है, जिससे यात्रा में समय की बचत होगी और सुविधा में इजाफा होगा। इस सेवा की शुरुआत के बाद, अगले मंगलवार से भोपाल से रीवा के बीच फ्लाइट का किराया ₹2999 रहेगा, जिससे यात्रियों को किफायती हवाई यात्रा का लाभ मिलेगा।
बिजली कर्मियों का सुरक्षा इंतजाम अब नहीं जाएगी जान
मध्य प्रदेश के बिजली कर्मियों के लिए एक बड़ी राहत की खबर है। अब बिजली के तारों और अन्य उपकरणों की मेंटेनेंस के दौरान उनके जीवन को खतरे से बचाने के लिए उन्हें हॉट सूट दिए जाएंगे। यह कदम राज्य में पिछले 19 वर्षों में 500 से अधिक बिजली कर्मियों की मौतों के बाद उठाया गया है। इन सूट्स से बिजली कर्मियों की सुरक्षा सुनिश्चित की जाएगी, खासकर उन कर्मियों की जिनका काम उच्च वोल्टेज वाली बिजली लाइनों पर होता है। इससे उनकी सुरक्षा में उल्लेखनीय सुधार होगा और जीवन रक्षात्मक उपायों को बढ़ावा मिलेगा।
महाराष्ट्र में गद्दी को लेकर राजनीतिक तेज
महाराष्ट्र में आगामी मुख्यमंत्री के चयन को लेकर राजनीतिक हलचल तेज हो गई है। भारतीय जनता पार्टी (BJP) के देवेंद्र फडणवीस पर अब राष्ट्रीय कांग्रेस पार्टी (NCP) राजी हो गई है, जबकि शिवसेना शिंदे गुट अपने नेतृत्व में अड़ा हुआ है। आज शाम दिल्ली में एक महत्वपूर्ण बैठक होने जा रही है, जिसमें महाराष्ट्र के नए मुख्यमंत्री के नाम का निर्णय लिया जाएगा। इस निर्णय से राज्य की राजनीति में बड़ा बदलाव आ सकता है और सत्ता के समीकरण बदल सकते हैं। अब सबकी नजर दिल्ली में होने वाली बैठक पर टिकी है।
एमपी बोर्ड परीक्षाओं में ज्यादातर केंद्र बने निजी स्कूल
मध्य प्रदेश बोर्ड परीक्षा के आयोजन में इस बार महत्वपूर्ण बदलाव किए गए हैं। राज्य के बोर्ड परीक्षा केंद्रों में अधिकांश केंद्र निजी स्कूलों को निर्धारित किए गए हैं, जिनकी संख्या बढ़ाई गई है। इस बार परीक्षा केंद्रों पर अधिकतम ढाई सौ परीक्षार्थी बैठेंगे। यह कदम छात्रों की संख्या बढ़ने के कारण लिया गया है ताकि परीक्षा केंद्रों में पर्याप्त व्यवस्थाएं हो सकें। बोर्ड ने यह सुनिश्चित किया है कि सभी परीक्षा केंद्रों पर सुविधाओं का स्तर बढ़ा दिया जाए और छात्रों को उच्च गुणवत्ता वाली परीक्षा का अनुभव मिले।
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