Global Investor Summit: मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव के नेतृत्व में मध्य प्रदेश अभूतपूर्व प्रगति कर रहा है। विकास के हर क्षेत्र में राज्य नई ऊंचाइयों को छू रहा है, और इसका सबसे बड़ा उदाहरण है ग्लोबल इन्वेस्टर्स समिट 2025, जहां इस बार निवेश के नए कीर्तिमान बनने की उम्मीद है। मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव की रणनीतिक सोच और दूरदृष्टि के कारण निवेशकों का भरोसा मध्य प्रदेश पर बढ़ा है, और इस बार GIS में 10,000 करोड़ रुपये के विदेशी निवेश की संभावना जताई जा रही है।

समिट में 7 प्रमुख सेक्टर्स पर रहेगा फोकस
24 फरवरी से शुरू होने वाली GIS में सेक्टर-वाइज मिनी समिट का आयोजन होगा, जिसमें 7 प्रमुख क्षेत्रों—रिन्युएबल एनर्जी, एमएसएमई, शहरी विकास, माइनिंग, पर्यटन, प्रवासी और आईटी & टेक्नोलॉजी पर गहन मंथन होगा। मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने कहा कि “मध्य प्रदेश निवेशकों के लिए नए अवसरों का द्वार खोल रहा है। अलग-अलग सेक्टर्स में अपार संभावनाएं हैं, और GIS 2025 राज्य की अर्थव्यवस्था को नई ऊंचाई पर ले जाएगा।”

मध्य प्रदेश बना निवेशकों की पहली पसंद
नई पॉलिसी में 25% अतिरिक्त प्रोत्साहन दिए जाने से सेमीकंडक्टर और आईटी सेक्टर में 10,000 करोड़ रुपये का विदेशी निवेश आने की प्रबल संभावना है। इस समिट में रियल एस्टेट, कंस्ट्रक्शन और बैंकिंग कंपनियों से भी चर्चा होगी, जबकि पोलैंड, मिश्र और सिंगापुर के राजदूतों को विशेष रूप से आमंत्रित किया गया है।
धार में टेक्सटाइल पार्क से उद्योगों को मिलेगी रफ्तार
मध्य प्रदेश को उद्योगों का केंद्र बनाने की दिशा में एक और बड़ा कदम उठाया गया है। धार जिले में पीएम मित्र टेक्सटाइल पार्क स्थापित किया जाएगा, जिससे कपड़ा और गारमेंट उद्योग को नई गति मिलेगी। सीएम डॉ. मोहन यादव ने इसे मध्य प्रदेश के औद्योगिक विकास के लिए क्रांतिकारी कदम बताया।

CM का ‘विकास मॉडल’ बना स्टार्टअप्स के लिए वरदान
मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव की दूरदर्शी नीतियों के कारण स्टार्टअप्स को GIS 2025 में बड़ा मंच मिल रहा है। इस बार शार्क टैंक की तर्ज पर स्टार्टअप्स को तुरंत फंडिंग का मौका मिलेगा। परीक्षित सिंह (विलेज टूरिज्म स्टार्टअप) और निर्मल यादव (एग्री स्टार्टअप) जैसे उद्यमियों को भी अपनी परियोजनाएं पेश करने का अवसर मिलेगा।
डॉ. मोहन यादव के नेतृत्व में मध्य प्रदेश की स्वर्णिम उड़ान
मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव के कुशल नेतृत्व में मध्य प्रदेश आज देश के सबसे तेजी से विकसित होते राज्यों में शुमार हो चुका है। उनकी अगुवाई में प्रदेश ग्रीन एनर्जी हब, विश्वस्तरीय पर्यटन केंद्र और उभरते हुए टेक्नोलॉजी हब के रूप में अपनी पहचान बना रहा है। GIS 2025 न केवल निवेशकों के लिए एक बड़ा मंच होगा, बल्कि मध्य प्रदेश को वैश्विक औद्योगिक मानचित्र पर नई पहचान भी देगा।

एंट्री पर कड़ी सुरक्षा
GIS में सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम किए गए हैं। एंट्री से पहले तीन बार पास चेक होंगे, और VIP वाहनों के लिए 10 अलग-अलग पार्किंग जोन बनाए गए हैं। भोपाल में 70 प्राइवेट जेट पहुंचेंगे, जिनमें से 30 एयरक्राफ्ट विदेशी मेहमानों को लेकर आएंगे।
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