इंदौर में पतंग पकड़ने के चक्कर में 14 साल का नाबालिग हाईटेंशन लाइन से झुलस गया। जिसके बाद उसे एमवाय अस्पताल में भर्ती कराया गया जहाँ डॉक्टरों का कहना है कि – “उसकी हालत गंभीर है और बांया हाथ काटना पड़ेगा।”
इंदौर के अशोकनगर में दिव्यांश मालवीय सोमवार शाम को घर की छत पर पतंग उड़ा रहा था। तभी डोर पकड़ने के दौरान घर के पास से गुजर रही हाईटेंशन लाइन से उसका बांया हाथ टकरा गया और वह लाइन से चिपक गया। जिसके कुछ सेकेंड बाद दूर जा गिरा। पिता मुकेश मालवीय उसे नजदीक के अस्पताल ले गए। यहां से डॉक्टरों ने एमवाय अस्पताल रेफर कर दिया।
डॉक्टरों के मुताबिक, बच्चे की कोहनी से नीचे का हाथ पूरा जल गया है। शरीर का निचला हिस्सा भी जला है। दिव्यांश के पिता फर्नीचर का काम करते हैं और दिव्यांश 9वीं का स्टूडेंट है।
शहर में दो दिन में तीन हादसे, एक की मौत –
केस 1 – हीरानगर में रविवार को योगेंद्र कुशवाह (28) की करंट लगने से मौत हो गई। वह अपने मामा की दुकान की छत पर पतंग पकड़ने पहुंचा था। इस दौरान हाईटेंशन लाइन की चपेट में आ गया। जिसके बाद उसे एमवाय अस्पताल में भर्ती कराया, यहां देर रात में उसने दम तोड़ दिया।
केस 2 – सोमवार शाम को जूनी इंदौर में पुलिसकर्मियों के बेटे को हाईटेंशन लाइन की चपेट में आने से करंट लगा। यहां c ब्लॉक की छत पर पतंग पकड़ने पहुंचे। 14 साल के नीलेश पिता जगदीश दांगी, विवेक पिता मुलायम सिंह और एक अन्य को करंट लग गया। नीलेश और विवेक की हालत बिगड़ने के चलते उन्हें रात में चोइथराम अस्पताल रेफर किया गया हैं, जहाँ दोनों बच्चों की हालत गंभीर बनी हुई है।