इंदौर के वार्ड क्रमांक 83 में हो रहे उपचुनाव के लिए नामांकन प्रक्रिया का समापन हो चुका है। अंतिम दिन तक कुल 9 प्रत्याशियों ने अपने नामांकन पत्र दाखिल किए हैं। अब आगामी 29 अगस्त तक इन नामांकनों की समीक्षा की जाएगी, जिसमें यह देखा जाएगा कि सभी दस्तावेज और जानकारी सही ढंग से प्रस्तुत की गई है या नहीं। अगर किसी नामांकन में कोई त्रुटि पाई जाती है, तो संबंधित उम्मीदवार को इसकी सूचना दी जाएगी ताकि वह आवश्यक सुधार कर सके।
निर्वाचन अधिकारी विनोद राठौर ने बताया कि नामांकन पत्रों में पाई गई त्रुटियों को सुधारने के लिए उम्मीदवारों को आवश्यक दिशा-निर्देश दिए जा चुके हैं। उन्होंने यह भी बताया कि नामांकन पत्रों की समीक्षा के बाद, जो भी उम्मीदवार अपना नाम वापस लेना चाहते हैं, वे 31 अगस्त की सुबह 10:30 बजे तक ऐसा कर सकते हैं।
जिला प्रशासन के अधिकारियों ने उपचुनाव की इस प्रक्रिया को सही ढंग से संपन्न कराने के लिए सतर्कता बरती है। नामांकन प्रक्रिया के पूरे होने के बाद, अब चुनावी गतिविधियों पर निगरानी और कड़ी कर दी गई है। इस उपचुनाव को लेकर वार्ड 83 में राजनीतिक सरगर्मियां तेज हो गई हैं, और उम्मीदवारों ने मतदाताओं को अपनी ओर आकर्षित करने के लिए सक्रिय प्रचार अभियान शुरू कर दिया है।
वार्ड 83 का यह उपचुनाव राजनीतिक दृष्टिकोण से काफी महत्वपूर्ण माना जा रहा है, क्योंकि यह न केवल स्थानीय निकाय में एक सीट भरने का मौका है, बल्कि राजनीतिक दलों के लिए भी जनता के समर्थन को परखने का अवसर है। आगामी दिनों में वार्ड में प्रचार-प्रसार तेज होने की संभावना है, जिससे चुनावी माहौल और भी गर्मा सकता है।
जिला प्रशासन के अधिकारी चुनाव प्रक्रिया को निष्पक्ष और पारदर्शी बनाने के लिए प्रतिबद्ध हैं, ताकि मतदाताओं का विश्वास बना रहे और उपचुनाव शांति और सौहार्दपूर्ण ढंग से संपन्न हो सके।