अमेरिका ने शनिवार सुबह इराक और सीरिया में 85 ईरानी ठिकानों पर हमला कर दिया। ये अटैक 5 दिन पहले जॉर्डन-सीरिया बॉर्डर पर ड्रोन हमले में तीन सैनिकों की मौत के जवाब में किया गया हैं।
अमेरिकी सेना ने कहा – “हमारे लड़ाकू विमानों ने शनिवार सुबह इराक और सीरिया में ईरान रिवोल्यूशनरी गार्ड (IRGC) और उनके समर्थिन वाल मिलिशिया गुटों के 85 ठिकानों पर जवाबी हवाई हमले किए।” इस दौरान 7 जगहों (4 सीरिया, 3 इराक) पर मिसाइलें दागी गईं। इसमें कमांड एंड कंट्रोल सेंटर, रॉकेट, मिसाइल और ड्रोन स्टोरेज साइट के साथ-साथ इंटेलिसजेंस ठिकानों को निशाना बनाया।
वहीं, सीरिया की ह्यूमन राइट्स वॉर मॉनिटर ऑबजर्वेटरी का कहना है कि, अमेरिकी हमले में 18 ईरानियों की मौत हुई है। हालांकि, अभी इसकी पुष्टि नहीं हो सकी है।
बाइडेन बोले – जवाब देना जारी रखेंगे
एयरस्ट्राइक के बाद राष्ट्रपति जो बाइडेन ने कहा कि – “सैन्य बलों ने इराक और सीरिया में उन ठिकानों को निशाना बनाया जिनका इस्तेमाल IRGC और उनके समर्थित मिलिशिया अमेरिकी बलों पर हमला करने के लिए करते हैं। हमने आज जवाब देना शुरू कर दिया है। ये जारी रहेगा।”
अमेरिका मिडिल ईस्ट या दुनिया में कहीं भी संघर्ष नहीं चाहता है। लेकिन वे सभी जो हमें नुकसान पहुंचाना चाहते हैं, उन्हें यह जान लेना चाहिए कि, “यदि वे किसी अमेरिकी को नुकसान पहुंचाते हैं, तो हम जवाब देंगे।” वहीं, अमेरिका रक्षा मंत्री लॉयड ऑस्टिन ने कहा – “यह तो बस शुरुआत है।”