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माघ पूर्णिमा पर संगम में आस्था का सैलाब

Maha Kumbh 2025: प्रयागराज में महाकुंभ के माघ पूर्णिमा स्नान के दौरान श्रद्धालुओं की भारी भीड़ उमड़ी। सुबह 10 बजे तक 1.30 करोड़ लोग संगम में डुबकी लगा चुके थे, और आंकड़ा 2.5 करोड़ तक पहुंचने का अनुमान है। श्रद्धालुओं पर हेलिकॉप्टर से 25 क्विंटल फूल बरसाए गए। भीषण जाम के कारण ट्रैफिक प्लान बदला गया, शहर में वाहनों की एंट्री बंद कर दी गई है, जिससे श्रद्धालुओं को 8-10 किमी पैदल चलना पड़ रहा है।

Maha Kumbh 2025
Maha Kumbh 2025

सुरक्षा के लिए पैरामिलिट्री फोर्स तैनात है, 15 जिलों के डीएम, 20 IAS और 85 PCS अधिकारी भीड़ नियंत्रण में लगे हैं। सीएम योगी सुबह 4 बजे से वॉर रूम से महाकुंभ की निगरानी कर रहे हैं। ज्योतिषाचार्यों के अनुसार, स्नान मुहूर्त शाम 7:22 बजे तक रहेगा। कल्पवास का समापन भी आज हो जाएगा, और करीब 10 लाख कल्पवासी घर लौटेंगे। 26 फरवरी को महाशिवरात्रि पर अंतिम स्नान होगा।

रामलला के मुख्य पुजारी का निधन

अयोध्या में रामलला मंदिर के मुख्य पुजारी आचार्य सत्येंद्र दास का 80 वर्ष की उम्र में बुधवार सुबह लखनऊ PGI में निधन हो गया। ब्रेन हेमरेज के बाद 3 फरवरी को उन्हें अयोध्या से लखनऊ रेफर किया गया था। उनके पार्थिव शरीर को सत्य धाम गोपाल मंदिर में अंतिम दर्शन के लिए रखा जाएगा। संत कबीरनगर में जन्मे सत्येंद्र दास ने 1958 में संन्यास ले लिया था। उन्होंने संस्कृत में आचार्य किया और अयोध्या के संस्कृत महाविद्यालय में शिक्षक बने।

1992 में वे रामलला मंदिर के मुख्य पुजारी नियुक्त हुए।6 दिसंबर 1992 को जब बाबरी विध्वंस हुआ, तब सत्येंद्र दास रामलला की मूर्तियों की रक्षा के लिए उन्हें गोद में लेकर सुरक्षित स्थान पर ले गए। इसके बाद रामलला को टेंट में रखा गया और अब वे भव्य मंदिर में विराजमान हैं। सत्येंद्र दास 32 वर्षों तक रामलला के मुख्य पुजारी रहे। वे राम जन्मभूमि आंदोलन के गवाह रहे और अपनी अंतिम सांस तक रामलला की सेवा करते रहे।

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