ध्रुव जयशंकर ने वाइल्ड लाइफ फोटोग्राफर साशा फोन्सेका (Sascha Fonseca) के द्वारा ली गयी “Snow Leopard” की कई तस्वीरें शेयर की है।
साशा फोन्सेका ने कहा कि, भारत में लद्दाख की बर्फीली पहाड़ियों पर उन्होंने कई सर्द रातें बिताईं, साथ ही ऊंचाई पर कई बर्फीले तूफानों का सामना भी किया। साशा ने पहाड़ों पर कई जानवरों की तस्वीरें लीं है। लेकिन उन्हें यकीन नहीं हुआ, जब उन्होंने पहली बार “स्नो लेपर्ड्” को सामने देखा। ऐसा पहली बार हुआ था। जब एक नहीं बल्कि एक ही रात में दो-दो “स्नो लेपर्ड्” दिखाई दिए।
साशा के द्वारा “स्नो लेपर्ड्” की ली गई तस्वीरें बेहद खूबसूरत हैं। निसंदेह इन सफेद तेंदुओं को हम में से बहुत से लोगों ने तो पहले कभी नहीं देखा होगा और न ही इनका नामा भी सुना होगा। “स्नो लेपर्ड्” भारत की 5 ‘बड़ी बिल्लयों ‘रॉयल बंगाल टाइगर, एशियाटिक लायन, भारतीय तेंदुआ और क्लाउडेड लेपर्ड में से एक है।
इस तेंदुए को देख पाना बहुत मुश्किल है। समुद्र तट से 2700 मीटर से ज्यादा की ऊंचाई वाले हिमालय और ट्रांस हिमालय क्षेत्रों में पाए जाने वाले इस जीव का कई सालों तक अवैध तरीके से शिकार होता रहा जिससे इनके संरक्षण में कमी आने लगी और ये वन्य जीव कम होने के कारण मानव आवास के करीब आते गए।
प्रोजेक्ट स्नो लेपर्ड (Project snow leopard) का मकसद है, इन “स्नो लेपर्ड्स” को बचाना। क्यूंकि भारत के पाँच राज्यों में दुनिया के 10% “स्नो लेपर्ड्स” पाए जाते हैं। जम्मू-कश्मीर, हिमाचल प्रदेश, उत्तराखंड, सिक्किम और अरुणाचल प्रदेश जो इनके वैश्विक आवास का केवल 5% है।
भारत में हर एक “स्नो लेपर्ड्” 150 से 200 वर्ग किलोमीटर के क्षेत्र को कवर करता है, शिकार के घनत्व की कमी को देखते हुए इस प्रजाति के भले के लिए, संरक्षित इलाकों का विस्तार किए जाने की ज़रूरत है।
“स्नो लेपर्ड्स” के विकास और संरक्षण के लिए, भारत के पर्यावरण और वन मंत्रालय के प्रोजेक्ट “स्नो लेपर्ड्स” की कमेटी ने 2009 में इसकी शुरुआत की थी। “स्नो लेपर्ड्” भेड़िए की तरह ही शीर्ष शिकारी होते हैं। यह प्रोजेक्ट सिर्फ “स्नो लेपर्ड” को संरक्षित करने के लिए नहीं, बल्कि प्रोजक्ट टाइगर के साथ इसे “अंब्रैला स्पिशीज़” माना जाता है।
इसके संरक्षण के साथ ही दूसरी प्रजातियों का भी संरक्षण हो जायेगा। फ़िलहाल भारत में “प्रोजेक्ट टाइगर” और “प्रोजक्ट एलिफेंट” प्रचलित हैं, जिन्हें 1973 में शुरू किया गया था।
भारत में 3 नेशनल पार्क हैं, जहां “स्नो लेपर्ड्स” को देखा जा सकता है। ये जगह हैं -“किब्बर वाइल्ड लाइफ सेंक्चुअरी, हेमिस नेशनल पार्क – हिमाचल प्रदेश और उल्ले घाटी- लद्दाख।“