आयकर विभाग की टीम ने ओडिशा, झारखंड और पश्चिम बंगाल में चलाए गए व्यापक तलाशी अभियान के तहत भारी मात्रा में नकदी जब्त की है। तलाशी के दौरान अधिकारियों ने दस्तावेजों और डिजिटल डेटा के रूप में बड़ी संख्या में आपत्तिजनक सबूत जब्त किए हैं, जिनसे देशी शराब की बेहिसाब बिक्री के रिकॉर्ड, अघोषित नकदी प्राप्तियों के व्यवस्थित विवरण और बेहिसाब नकदी के लेन-देन का पता चला है।
आयकर विभाग ने देशी शराब के निर्माण और बिक्री के कारोबार में लगे एक समूह के ठिकानों पर तलाशी और जब्ती अभियान चलाया। ये ग्रुप अनाज आधारित शराब, विदेशी शराब की बोतलें भरना, अस्पताल और शैक्षणिक संस्थान चलाना आदि जैसे काम करता है। इस ऑपरेशन के तहत ओडिशा, झारखंड और पश्चिम बंगाल के 10 जिलों में फैले 30 से अधिक ठिकानों को कवर किया गया हैं।
जिस ग्रुप के ठिकानों पर तलाश अभियान चलाया गया, वहां की तमाम व्यावसायिक गतिविधियों को देखने वाले खास कर्मचारियों ने कुबूल किया है कि, तलाशी अभियान के दौरान मिली और जब्त की गई नकदी, समूह की बेहिसाब आय का हिस्सा है। इस बात की पुष्टि व्यवसाय में सक्रिय रूप से शामिल परिवार के एक सदस्य ने भी की है। इस ग्रुप का व्यवसाय रांची, झारखंड स्थित एक परिवार द्वारा नियंत्रित किया जाता है और समूह से जुड़े परिवार के सदस्यों में से एक रांची में रहने वाला राजनीतिक रूप से उजागर व्यक्ति भी है।