इंदौर में ट्रक ड्राइवर हिट एंड रन मामले में केंद्र सरकार के नए कानून के प्रावधानों को लेकर सोमवार से हड़ताल पर हैं। इसकी वजह से पेट्रोल-डीजल, सब्जी जैसी अति आवश्यक वस्तुओं की आवाजाही पर असर दिख रहा है।
दूसरे दिन भी ट्रक-बस ड्राइवर्स की हड़ताल का असर जरूरी सेवाओं पर दिख रहा है। जिसके कारण बसें नहीं चलने से कई स्कूलों में छुट्टी घोषित कर दी गई और कुछ स्कूलों में ऑनलाइन क्लासेस शुरू की गयी हैं। यात्री बसें बंद होने से लोग परेशान हो रहे हैं।
मध्य प्रदेश, राजस्थान, समेत 10 राज्यों से पेट्रोल-डीजल पंप ड्राई होने की खबरें हैं। यहां लोगों की लंबी कतारें देखी जा रही हैं। फल, सब्जी, दूध, कृषि के सामानों की सप्लाई प्रभावित हो रही है। कई जगह प्रशासन ट्रांसपोटर्स से संपर्क कर आपूर्ति बहाल करवाने में लगा है।
ऑल इंडिया ट्रांसपोर्ट कांग्रेस के अध्यक्ष अमृतलाल मदान ने कहा, “अभी ट्रांसपोटर्स ने हड़ताल की घोषणा नहीं की है। इस पर फैसला मंगलवार को दिल्ली में होने वाली बैठक में होगा। अभी ड्राइवर खुद ही गाड़ियां छोड़कर उतर रहे हैं। दूसरों को भी चलाने नहीं दे रहे हैं।”
प्रशासन ने भरोसा दिलाया है कि, बसों के ईंधन और सुरक्षा को लेकर पुख्ता इंतजाम किये गए हैं। शहर में अधिकांश पेट्रोल पंपों पर पेट्रोल-डीजल उपलब्ध करा दिया गया है। मंगलवार को AICTSL से जुड़ी सारी सिटी बसें और चार्टर्ड बसें भी चलेंगी। स्कूल बसों के संचालन पर भी कोई असर नहीं पड़ेगा। साथ ही कलेक्टर ने सभी यात्री बसों और माल वाहक ड्राइवरों से अपील करने के साथ काम पर लौटने की समझाइश दी है।
एसोसिएशन की बैठक के बाद सोमवार देर रात तक 100 से ज्यादा टैंकरों से पेट्रोल-डीजल सप्लाई किया गया। बैठक में इंदौर ट्रक ऑपरेटर एवं एसोसिएशन के सीएल मुकाती ने भी समझाइश दी कि, “अभी अधिकृत किसी प्रकार की हड़ताल नहीं की गई है और ड्राइवर किसी बहकावे में ना आएं।”
मांगलिया डिपो पर स्थिति को देखते हुए सभी पेट्रोलियम कंपनियों के डिपो पर पेट्रोल-डीजल सप्लाय में बाधा न हो, इसकी ठोस व्यवस्था की गई है। यहां व्यवस्था बनाए रखने के लिए पर्याप्त स्टाफ उपलब्ध है। साथ ही किसी भी प्रकार का विरोध न हो इसके लिए पुलिस की प्रयाप्त व्यवस्था की गई है।