एजुकेशन टेक्नोलॉजी कंपनी BYJUS ने 9,000 करोड़ रुपए का नोटिस मिलने की खबरों को सोमवार को खारिज कर दिया। कुछ मीडिया रिपोर्टों में दावा किया गया था कि, “विदेशी मुद्रा प्रबंधन अधिनियम FEMA (Foreign Exchange Management Act, 1999) उल्लंघन के मामले में प्रवर्तन निदेशालय (ED) ने यह नोटिस जारी किया है।”
इसी साल अप्रैल में ED ने बायजूस के बेंगलुरु स्थित तीन ऑफिस में छापे मारे थे। तलाशी के दौरान दस्तावेज और डिजिटल डेटा जब्त किया गया। जांच एजेंसी के अनुसार, कंपनी को 2011 और 2023 के बीच 28,000 करोड़ रुपए का प्रत्यक्ष विदेशी निवेश (FDI) मिला है। इसके अलावा कंपनी ने भी FDI के नाम पर पैसा अलग-अलग देशों में भेजा और इन लेनदेन में गड़बड़ियों का शक है।
बायजूस की अकाउंट बुक्स की जांच के आदेश –
हाल ही में केंद्र सरकार ने बायजूस की अकाउंट बुक्स की जांच के आदेश दिए थे। इस जांच के बाद कंपनी के मामलों का आंतरिक आकलन किया जाएगा। इसमें जो सामने आएगा, उसके आधार पर सरकार फैसला लेगी कि, “क्या मामले को सीरियस फ्रॉड इन्वेस्टिगेशन ऑफिस के पास ले जाने की जरूरत है या नहीं।”
जांच के घेरे में आने के बाद ऑडिटर ने दिया इस्तीफा –
रेगुलेटरी जांच के घेरे में आने के बाद दुनिया की सबसे बड़ी ऑडिट कंपनियों में शुमार डेलॉइट ने भी बायजूस के लीगल ऑडिटर के तौर पर इस्तीफा दे दिया था। डेलॉइट ने एक बयान में कहा था कि – “31 मार्च, 2022 को समाप्त वित्त वर्ष के लिए कंपनी के फाइनेंशियल स्टेटमेंट लंबे समय से पेंडिंग हैं।”
इसके अलावा वित्त वर्ष 2020-21 के बारे में भी कोई कम्युनिकेशन नहीं होने की वजह से अब तक ऑडिट शुरू नहीं हो पाया है। बायजूस ने डेलॉय की जगह BDO (MSKA & ASSOCIATES) को कंपनी का लीगल ऑडिटर नियुक्त किया था।