उप्र के प्रयागराज के संगम में रविवार देर शाम तेज़ आंधी की वजह से बड़ा हादसा हो गया। जहाँ जेटी (डीप वाटर बैरिकेडिंग) टूटने से 9 लोग गंगा में डूब गए। नाविकों और आसपास के लोगों ने तत्काल कूदकर 4 लोगों को बचा लिया। जबकि, 5 की तलाश की जा रही हैं। जल पुलिस, गोताखोर, NDRF की टीम ने देर रात तक सर्च ऑपरेशन चलाया। जिसमे सोमवार सुबह सुमित विश्वकर्मा और महेश्वर वर्मा के शव बरामद हुए हैं। वहीँ, तीन की तलाश अभी भी जारी है।
पुलिस का कहना है कि, संगम स्नान के दौरान रविवार को डूबे पांच युवकों में से दो की बॉडी बरामद की गई है। एक छतनाग जबकि दूसरी बॉडी अरेल घाट से बरामद हुई है। परिजनों से शिनाख्त के बाद दोनों शवो को पोस्टमॉर्टम के लिए भेज दिया गया हैं।
SDRF-NDRF की टीमें चला रहीं सर्च ऑपरेशन –
घटना के बाद जल पुलिस प्रभारी कड़ेदीन यादव सहित गोताखोरों की पूरी टीम मौके पर पहुंची और दारागंज पुलिस, SDRF के अलावा NDRF की टीम भी घाट पहुंच गई। सभी टीम द्वारा संयुक्त रूप से संगम में सर्च ऑपरेशन चलाया गया और देर रात तक खोजबीन होती रही।
रात में पुलिस का कहना था कि, पानी की धारा तेज है, ऐसे में सभी के आगे बह जाने की संभावना जताई जा रही है। फ़िलहाल संगम और छतनाग में जाल डाला गया है। डूबे लोगों के परिवार वालों को भी घटना की जानकारी दे दी गई है।
जेटी पर चढ़कर कर रहे थे स्नान –
प्रत्यदर्शी के अनुसार, डूबे लोगों के अलावा अन्य लोग भी जेटी पर चढ़कर स्नान कर रहे थे। पहले तेज हवा चली तो सभी ने इसे नजर अंदाज कर दिया। उसके बाद अचानक से तेज आंधी शुरू हो गई। इसके बावजूद वह जेटी से नहीं उतरे और फिर जोरों से आंधी चलने लगी और गंगा में पानी की धारा तेज हो गई तो बैरिकेडिंग टूट गई। इससे जेटी पर चढ़े सभी लोग पानी में गिर गए। जिसमे चार लोग तो किसी तरह बाहर आए, लेकिन एडवोकेट और चार प्रतियोगी छात्र गहरे पानी में डूब गए।